मानवता

मानवता सेवा की गतिविधियाँ



श्रेणी: विचारकों के कथन

  • श्रेणी:

    स्वामी विवेकानन्द

     

    विचारकों के कथन :-

    अपवित्र कल्पना भी उतनी ही बुरी होती है, जितना बुरा अपवित्र कर्म होता है।
    - स्वामी विवेकानन्द

  • श्रेणी:

    शरतचंद्र चट्टोपाध्याय

     

    विचारकों के कथन :-

    जो शक्षा मनुष्य को संकीर्ण और स्वार्थी बना देती है, उसका मूल्य किसी युग में चाहे जो रहा हो, अब नहीं है।
    - शरतचंद्र चट्टोपाध्याय

  • श्रेणी:

    नेल्सन मंडेला

     

    विचारकों के कथन :-

    मुझे सफलताओं से मत आंकिये, बल्कि जितनी बार गिरा हूं और गिरकर उठा हूं, उस बल पर आंकिये।
    - नेल्सन मंडेला

  • श्रेणी:

    अब्राहम लिंकन

     

    विचारकों के कथन :-

    शत्रुओं को मित्र बनाकर क्या मैं उन्हें नष्ट नहीं कर रहा?
    - अब्राहम लिंकन

  • श्रेणी:

    स्वामी विवेकानन्द

    विचारकों के कथन :-

    जो कहे मेरे पास समय नहीं, असल में वह व्यस्त नहीं, बल्कि अस्त-व्यस्त है।
    - स्वामी विवेकानन्द