मानवता

मानवता सेवा की गतिविधियाँ



साथ तेरे


पुरुषार्थ कर, हिम्मत रख, कोई भी तेरे साथ नहीं l
मंजिल तुझे जरूर मिलेगी, मनः चाहे कोई भी तेरे साथ नहीं ll

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