मानवता

मानवता सेवा की गतिविधियाँ



श्रेणी: 5 विविध

  • श्रेणी:

    रविंद्रनाथ टैगोर

    विचारकों के कथन :-

    किसी बच्चे की शिक्षा अपने ज्ञान तक सीमित मत रखिए, क्योंकि वह किसी और समय में पैदा हुआ है।
    - रविंद्रनाथ टैगोर

  • श्रेणी:

    रामधारी सिंह दिनकर

    विचारकों के कथन :-

    कविता वह सुरंग है, जिसमें से गुजरकर मनुष्य एक विश्व को छोड़ कर दूसरे में प्रवेष करता है।
    - रामधारी सिंह दिनकर

  • श्रेणी:

    हितोपदेश

    विचारकों के कथन :-

    बिना कारण कलह कर बैठना मूर्खता है। बुद्धिमता इसी में है कि अपनी हानि सह लें, लेकिन विवाद न करें।
    - हितोपदेश

  • श्रेणी:

    गौतम बुद्ध

    विचारकों के कथन :-

    मनुष्य क्रोध को प्रेम से, पाप को सदाचार से, लोभ को दान से और झूठ को सत्य से जीत सकता है।
    - गौतम बुद्ध

  • श्रेणी:

    रविंद्रनाथ ठाकुर

    विचारकों के कथन :-

    मानव का जीवन एक महानदी की भांति है जो अपने बहाव द्वारा नवीन दिशाओं में राह बना लेती है।
    - रविंद्रनाथ ठाकुर