कुछ मिलता है, भेंट देने के बाद l
तोडना पड़ता है नाता, मनः भुलानी पड़ती है याद ll
श्रेणी: 5 विविध
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श्रेणी:आत्म वाचन
भारतीय नारी
कर्म करती चक्की सम, देखी मैंने भारतीय नारी है l
भैंसे सम पीटता है क्यों ? मनः तेरी खो गई अक्कल सारी है ll
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श्रेणी:आत्म वाचन
चैन की वंशी
चैन की बंशी बजेगी, जब भ्रष्टाचार का होगा दूर अँधेरा l
सदाचार का पालन करेगा बच्चा-बच्चा, मनः होगा फिर नया सवेरा ll