मानवता सेवा की गतिविधियाँ
अगर भारत में विज्ञान मातृभाषा में पढ़ाया गया होता तो आज भारत दुनियां में अग्रण्य देशों में होता।
चेतन कौशल
आलस्य मनुष्य का सबसे बड़ा शत्रु है और उद्यम सबसे बड़ा मित्र, जिसके साथ रहने वाला कभी दुखी नहीं रहता।
जिसने कभी कोई गलती न की, उसने कभी कोई नया करने की कोशिश नहीं की।
कोई व्यक्ति अपने कार्यों से महान बनता है, अपने जन्म से नहीं।
मैंने यह जाना है कि डर का न होना साहस नहीं है, बल्कि डर पर विजय पाना साहस है।