खोज जिसे होती है, मंजिल पा ही लेता है l
परिश्रम बिना जो ढूंढता है, मनः जीवन नष्ट कर लेता है ll
श्रेणी: वैश्य
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श्रेणी:धन संपदा उपार्जन
चैन की वंशी
चैन की बंशी बजेगी, जब भ्रष्टाचार का होगा दूर अँधेरा l
सदाचार का पालन करेगा बच्चा-बच्चा, मनः होगा फिर नया सवेरा ll
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