मानवता

मानवता सेवा की गतिविधियाँ



श्रेणी: 2 विविध

  • श्रेणी:

    परमगति की प्राप्ति

    अनमोल वचन :-

    जो बुद्धिमान मानव इस संसार में सत्वगुण से युक्त, सबका हित चाहने वाले और प्राणियों के समागम को कर्मानुसार समझने वाले हैं, वे परमगति को प्राप्त करते हैं।

  • श्रेणी:

    आठ गुण

    अनमोल वचन :-

    आठ गुण पुरुष की शोभा बढ़ाते हैं - बुद्धि, कुल, दम, शास्त्रज्ञान, पराक्रम, बहुत न बोलना, यथाशक्ति दान देना और कृतज्ञ होना।

  • श्रेणी:

    यश का भागी

    अनमोल वचन :-

    बुद्धि कुलीनता, संयम, स्वाध्याय, पराक्रम, मितभाषिता, सामर्थ्य के अनुसार दान करना और कृतज्ञता ज्ञापित करना ये आठों गुण मनुष्य को यश का भागी बनाते हैं।


  • श्रेणी:

    कर्म का फल

    अनमोल वचन :-

    शुभ कर्म से सुख मिलता है और पाप कर्म से दुःख, सर्वत्र किए हुए कर्म का ही फल प्राप्त होता है, कहीं भी बिना किए का नहीं।

  • श्रेणी:

    श्रीराम जी की याचना

    अनमोल वचन :-

    हे भविष्य के राजाओ! यह रामचंद्र आपसे विनम्रतापूर्वक बारम्बार प्रणाम कर याचना करता है कि आप लोग मेरे द्वारा बांधे गए धर्मसेतु की सदा रक्षा करते रहें।