मानवता

मानवता सेवा की गतिविधियाँ



श्रेणी: विचारकों के कथन

  • श्रेणी:

    साध्वी संगीता

     

    विचारकों के कथन :-

    जेएनयू में जो लड़कियां देशद्रोही नारेबाजी कर रही थीं, उनके लिए मैं सिर्फ यही कहूंगी कि तुमसे अच्छी तवायफ होती है, जो जिस्म बेचती है, देश नहीं।
    -साध्वी संगीता

  • श्रेणी:

    वीर सावरकर

     

    विचारकों के कथन :-

    कष्ट ही तो वह प्रेरक शक्ति है, जो मनुष्य को कसौटि पर परखती है और आगे बढ़ाती है।
    - वीर सावरकर

  • श्रेणी:

    श्रीराम शर्मा आचार्य

     

    विचारकों के कथन :-

    हर मनुष्य अपना-अपना आत्म निर्माण करे तो यह पृथ्वी स्वर्ग बन सकती है।
    - श्रीराम शर्मा आचार्य

  • श्रेणी:

    रविदन्दन शास्त्री

     

    विचारकों के कथन :-

    श्री हरि नाम संकीर्तन साक्षात भगवान का स्वरूप है। भगवान का सिमरण ही मुक्ति का द्वार है। योग आत्मा और परमात्मा का मिलाप है।
    - रविदन्दन शास्त्री


  • श्रेणी:

    नरेश सोनी

     

    विचारकों के कथन :-

    हम बाहर विदेशों में बसे लोगों की चमक-दमक देखकर बड़े प्रसन्न होते हैं। मगर उनके अंदर छिपे दर्द को नहीं पहचानते।
    - नरेश सोनी