मानवता सेवा की गतिविधियाँ
खोज जिसे होती है, मंजिल पा ही लेता है lपरिश्रम बिना जो ढूंढता है, मनः जीवन नष्ट कर लेता है ll
चेतन कौशल
कली बनता गुल, गुल खिलता है काँटों में lअभ्यास बनता है मेहनत, मनः होती नहीं मेहनत बातों में ll
पत्थर रख सीने पर, मोड़ दे दिशा लहरों की lकाम नहीं है कठिन, मनः बात है प्यारे हिम्मत की ll