मानवता

मानवता सेवा की गतिविधियाँ



श्रेणी: चेतन विचार

  • श्रेणी:

    देव

    # जिसने अहंकार को अपने वश में कर लिया, वह मनुष्य नहीं देव है। देव प्रवृत्ति प्रबल हो जाने से मनुष्य की दानव प्रवृत्ति निर्बल हो जाती है।* 

    चेतन कौशल "नूरपुरी"

  • श्रेणी:

    अहंकार

    # मनुष्य देव बन सकता है पर उसका अहंकार उसे ऐसा नहीं करने देता है क्योंकि वह मानव को दानव बनाता है। वह मनुष्य का शत्रु है।* 

    चेतन कौशल "नूरपुरी"

  • श्रेणी:

    आश्चर्य

    # समझ नहीं आता है कि कोई मनुष्य दूसरे मनुष्य की किसी बुरी आदत को बदलने को तो कहता है, परंतु वह अपनी बुरी आदत बदलने में समर्थ होता हुआ भी उसे बदलने के लिए कभी तैयार नहीं होता है।* 

    चेतन कौशल "नूरपुरी"

  • श्रेणी:

    प्रतिभा

    # अगर हर मनुष्य स्वयं में छिपी हुई प्रतिभा को भली प्रकार समझ ले और उसे अपने जीवन का लक्ष्य बना कर उसके अनुरूप कार्य आरम्भ कर दे तो धरती पर कोई भी शक्ति स्वर्ग साकार होने से नहीं रोक सकती।* 

    चेतन कौशल "नूरपुरी"

  • श्रेणी:

    आदतें

    # कुछ अच्छी, कुछ बुरी आदतें हर मनुष्य में होती हैं। मनुष्य को अपनी बुरी आदत दिखाई नहीं देती है, उसे हर समय दूसरे की बुरी ही आदत दिखाई देती है। वह उसे बदलने के लिए कहता है। अगर यही प्रयास वह स्वयं को बदलने में करे तो श्रेष्ठ समाज में एक अच्छे मनुष्य की वृद्धि अवश्य होगी।* 

    चेतन कौशल "नूरपुरी"