# जिस देश का हर नागरिक, परिवार और समाज सजग रहता है, वह कभी असुरक्षित नहीं हो सकता।*
चेतन कौशल "नूरपुरी"
श्रेणी: चेतन विचार
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श्रेणी:चेतन विचार
जिस देश का
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श्रेणी:चेतन विचार
भारतीय समाज को
# भारतीय समाज को यह बात गांठ बांध लेनी चाहिए कि भारत जाति, धर्म के नाम पर आपसी फूट के कारण सदियों तक पराधीन रहा था, इसलिए वह अब आसामाजिक तत्वों की आंतरिक या बाह्य किसी भी प्रकार के षड्यंत्र का कभी और शिकार नहीं होगा।*
चेतन कौशल "नूरपुरी"
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श्रेणी:चेतन विचार
रक्षा-सुरक्षा
# देश की सीमाएं सेना की सूझ-बूझ से, समाज आपसी एकता एवं सोहार्द से और परिवार प्रेम व समर्पण भाव से सदैव सुरक्षित रहता है।* चेतन कौशल "नूरपुरी"
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श्रेणी:चेतन विचार
आपसी फूट
# समाज की आपसी फूट के ही कारण राष्ट्र के आसामाजिक तत्वों को वह समय मिल जाता है जिससे वे समाज एवं राष्ट्र विरुद्ध किसी भी प्रकार की आंतरिक या बाह्य किसी चिंगारी को धधकती आग में परिणत कर देते हैं, परिणाम स्वरूप देश और समाज को जान माल की भारी क्षति का सामना करना पड़ता है।*
चेतन कौशल "नूरपुरी"
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श्रेणी:चेतन विचार
देश की सीमाएं
# उस देश की सीमाएं स्वयं ही कमजोर हो जाती हैं, जिसका समाज अपनी छोटी-छोटी बातों के लिए आपस में लड़ता-झगड़ता रहता है। इसलिए लड़िये मत। आपसी मुद्दों को मिलबैठकर सर्व सहमति से सुलझाने का प्रयास करो।*
चेतन कौशल "नूरपुरी"