मानवता

मानवता सेवा की गतिविधियाँ



श्रेणी: अनमोल वचन

  • श्रेणी:

    यश का भागी

    अनमोल वचन :-

    बुद्धि कुलीनता, संयम, स्वाध्याय, पराक्रम, मितभाषिता, सामर्थ्य के अनुसार दान करना और कृतज्ञता ज्ञापित करना ये आठों गुण मनुष्य को यश का भागी बनाते हैं।


  • श्रेणी:

    कर्म का फल

    अनमोल वचन :-

    शुभ कर्म से सुख मिलता है और पाप कर्म से दुःख, सर्वत्र किए हुए कर्म का ही फल प्राप्त होता है, कहीं भी बिना किए का नहीं।

  • श्रेणी:

    श्रीराम जी की याचना

    अनमोल वचन :-

    हे भविष्य के राजाओ! यह रामचंद्र आपसे विनम्रतापूर्वक बारम्बार प्रणाम कर याचना करता है कि आप लोग मेरे द्वारा बांधे गए धर्मसेतु की सदा रक्षा करते रहें।

  • श्रेणी:

    मनुष्य के रूप में पशु

    अनमोल वचन :-

    जिन मनुष्यों में विद्या, तप, दान (त्याग भावना), ज्ञान, शील, गुण और धर्म नहीं है वे इस मृत्युलोक में भूमि पर भार बनकर मनुष्य के रूप में पशु के समान विचरते हैं।

  • श्रेणी:

    धर्म की महिमा

    अनमोल वचन :-

    धर्म से ही अर्थ की प्राप्ति होती है। धर्म से ही सुख मिलता है। सारी इच्छाएं भी धर्म से ही पूरी होती हैं। यह विश्व भी धर्म पर ही खड़ा है।