अनमोल वचन :-
जो उत्पन्न होते ही शत्रु और रोग को नष्ट नहीं कर देता, वह महाबलशाली हो तो भी उसके शत्रु और रोग वृद्धि को प्राप्त होकर उसे मार डालते हैं अर्थात् शत्रु और रोग को उत्पन्न होते ही नष्ट कर देना चाहिए।
श्रेणी: अनमोल वचन
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श्रेणी:अनमोल वचन
शत्रु और रोग
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श्रेणी:अनमोल वचन
परीक्षा करनी चाहिए
अनमोल वचन :-
विपत्ति में मित्र, युद्ध में वीर, धन होने पर मन की शुद्धता, धननष्ट होने पर स्त्री, और आपत्तियों में बांधवों की परीक्षा करनी चाहिए।
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श्रेणी:अनमोल वचन
हितकर होते हुए भी
अनमोल वचन :-
इस संसार में सदा मन को प्रिय लगने वाला वचन बोलने वाला महापापी मनुष्य भी अवश्य मिल सकता है, परंतु हितकर होते हुए भी अप्रिय वचन को कहने और सुनने वाले दोनों दुर्लभ हैं।
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श्रेणी:अनमोल वचन
अपना पक्ष त्यागकर
अनमोल वचन :-
इस संसार में सदा मन को प्रिय लगने वाला वचन बोलने वाला महापापी मनुष्य भी अवश्य मिल सकता है, परंतु हितकर होते हुए भी अप्रिय वचन को कहने और सुनने वाले दोनों दुर्लभ हैं।
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श्रेणी:अनमोल वचन
बुद्धिमान लोग
अनमोल वचन :-
बुद्धिमान (महात्मा) लोग सम्पत्ति और विपत्ति में एकरूप रहते हैं अर्थात सुख - दुःख में समान रहते हैं, उसी प्रकार जैसे सुर्य उदय के समय भी लाल रहता है और अस्त काल में भी लाल ही रहता है।