चेतन विचार :

# प्रेम सज्जन ही कर सकते हैं, उनका हृदय निश्छ्ल होता है, वे लोग प्रेम क्या करेंगे जो ऊपर से नीचे तक पूरी तरह स्वार्थ और अहंकार से लदेे हुए हैं।*
चेतन कौशल "नूरपुरी"