चेतन विचार :

# जिस प्रकार स्वस्थ रहने के लिए जल, वायु और भोजन का स्वच्छ होना जरूरी है, ठीक उसी प्रकार आत्मा की भलाई के लिए मन और पर्यावरण का स्वच्छ और पवित्र होना अत्यंत आवश्यक है।*
चेतन कौशल "नूरपुरी"