चेतन विचार :-

# कोई भी उस भक्त को उसकी भक्ति का कोई प्रमाण-पत्र नही दे सकता, जिसके रोम-रोम में स्वयं भक्ति वास करती है।*
चेतन कौशल "नूरपुरी"