चेतन विचार :-
# जंगल में हिंसक पशु एक दूसरे का घात लगा कर शिकार इसलिए करते हैं ताकि उनकी क्षुधा समाप्त हो सके पर आज मनुष्य ही मनुष्य का खून बहाने के लिए आतुर है, उसने इससे अपनी कौनसी क्षुधा शांत करनी है?*
चेतन कौशल "नूरपुरी"
मानवता सेवा की गतिविधियाँ