वास्तव में अँधा सूरदास नहीं, अँधा वो है जिसे सत्य नहीं दिखता l
सूरदास ईश्वर दर्शन करता है और आँखों वाला पूछता है - ईश्वर कहाँ है !
वास्तव में अँधा सूरदास नहीं, अँधा वो है जिसे सत्य नहीं दिखता l
सूरदास ईश्वर दर्शन करता है और आँखों वाला पूछता है - ईश्वर कहाँ है !