मानवता

मानवता सेवा की गतिविधियाँ



2. भक्ति, श्रद्धा, प्रेम का पर्व श्रीकृष्ण जन्माष्टमी

भगवान श्रीकृष्ण लगभग 5000 वर्ष ईश्वी पूर्व इस धरती पर अवतरित हुए थे। उनका जन्म द्वापर युग में हुआ था।…
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सशक्त न्याय व्यवस्था की आवश्यकता

दिनांक 29 जुलाई 2025 सत्य, न्याय, नैतिकता, सदाचार, देश, सत्सनातन धर्म, संस्कृति के विरुद्ध मन, कर्म और वचन से की…
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सनातन धर्म के सोलह संस्कार

दिनांक 20 जुलाई 2025 सनातन धर्म के सोलह संस्कारसनातन धर्म में मानव जीवन के सोलह संस्कारों का प्रावधान है जो…
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ब्राह्मण – ज्ञानवीर

उद्देश्य – विश्व कल्याण हेतु ज्ञान विज्ञान का सृजन, पोषण और संवर्धन करना l – ब्रह्मा जी का मुख ब्राह्मण…
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क्षत्रिय – शूरवीर

उद्देश्य –  ब्राह्मण, नारी, धर्म, राष्ट्र, गाये के प्राणों की रक्षा – सुरक्षा की सुनिश्चितता  बनाये रखना l   -…
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    12. नहर

    21 जून 2009 कश्मीर टाइम्स

    अवश्य ही होगा,
    सफल लक्ष्य हमारा,

    कोना-कोना खेत का,
    सींचेगी निर्मल जलधारा,

    गांव-गांव पहुंचेगी नहर,
    सूखे का होगा अंत,

    नहीं रहेगा कोई प्यासा,
    घर-घर होगा बसंत,





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    11. संकल्प

    21 जून 2009 कश्मीर टाइम्स  

    वह देखो! उधर सूखा है चहुं ओर,
    कैसी वीरानगी, उदासी छाई है?
    वहां हड्डी है, कोयला भी, मगर
    छाया कहीं नजर नहीं आई है,
    कार्य हमने अब कुछ ऐसा है करना,
    सूखे की ओर रुख नदी का है करना,
    मरु में लानी है हमनें हरित क्रांति,
    व्यर्थ बहते जल से, सूखे में हरित क्रांति,




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    10. भूजल पुनर्भरण

    14 जून 2009 कश्मीर टाइम्स

    भूजल पुनर्भरण होगा आज
    सुव्यवस्थित जलसंसाधन का,
    यहां-वहां पर करेंगे हम
    पुनर्जागरण जन-जन का,
    अनावश्यक जल को बांधकर
    सबका करेंगे उपकार,
    भूजल स्तर बढ़ता है इससे,
    संम्पन्न होता है संसार,
    सुखी धरती करती है पुकार,
    संचित भूजल सबका करता है उद्धार,


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    8. हमारी जिम्मेदारी

    24 मई 2009 कश्मीर टाइम्स

    कुछ ऐसी वस्तुओं का हमनें प्रयोग शुरू है करना,
    दूसरी बार जिनका प्रयोग हो न सके,
    प्लास्टिक, पॉलीथिन का प्रयोग बंद है करना,
    जिन वस्तुओं से पर्यावरण प्रदूषण रुक न सके,
    हटाना है हमने प्लास्टिक, पॉलीथिन वस्तुओं को,
    पर्यावरण प्रदूषण, फैलता है जिन वस्तुओं से,
    अपनाना है, हमनें फिर से उन वस्तुओं को,
    पर्यावरण प्रदूषण न फैले, जिन वस्तुओं से,
    पर्यावरण प्रदूषण की वस्तुओं का, हमने करना है उत्पादन
    तो उन्हें हटाने की भी हम क्यों न जिम्मेदारी लें
    उपभोक्ता नहीं चाहते पर्यावरण प्रदूषण और उत्पादन,
    आओ! पर्यावरण प्रदूषण मिटाने की हम जिम्मेदारी लें




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    7. शिक्षा —–

    3 मई 2009 कश्मीर टाइम्स

    कार्य प्रयास करें जो सबका भला,
    सबके काम आएं जो विधि-विधान,
    संस्कारों का आचरण सदा यथार्थ हो,
    कार्य-व्यवहार करें जीवनोपयोगिता बयान,
    ज्ञान बढ़े और हो जिससे आत्मरक्षा,
    स्वास्थ्य वर्धन करे और रहे सामाजिक सुरक्षा,
    देगा कौन? हमें ऐसी शिक्षा,
    मिलेगी कहां? हमें ऐसी शिक्षा,