भगवान श्रीकृष्ण लगभग 5000 वर्ष ईश्वी पूर्व इस धरती पर अवतरित हुए थे। उनका जन्म द्वापर युग में हुआ था।…
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श्रेणी:विचारकों के कथन
रविदन्दन शास्त्री
श्री हरि नाम संकीर्तन साक्षात भगवान का स्वरूप है। भगवान का सिमरण ही मुक्ति का द्वार है। योग आत्मा और परमात्मा का मिलाप है।
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श्रेणी:विचारकों के कथन
नरेश सोनी
हम बाहर विदेशों में बसे लोगों की चमक-दमक देखकर बड़े प्रसन्न होते हैं। मगर उनके अंदर छिपे दर्द को नहीं पहचानते।
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श्रेणी:विचारकों के कथन
अनुराग कृष्ण शात्री
संत तुलसी दास ने श्रीराम कथा कलियुगी जीवों के लिए एक ऐसा उपहार दिया है जो आने वाली पीढ़ियां इसे पढ़कर अपना जीवन संवारेंगी।