मानवता सेवा की गतिविधियाँ
दुखिया को दुःख न दे, वह तो दुःख का मारा है lमरे को मारना भला क्या ? मनः उसका नहीं कोई सहारा है ll
चेतन कौशल
झूठ, चोरी, चुगली का तू कभी न करना साथ lउच्च जीवन नहीं बनता इनसे, मनः पीछे न मलना हाथ ll
बनाना मत घमंडी खुद को, न ही मैं कुछ हूं दर्शाना lखाली डिब्बा देह तेरा अपना, मनः न खाली रौब जमाना ll
आलस्य में न बैठ तू, हाथ-पांव पसार lखुद को मिट्टी में मिला दे, मनः देख मेहनत भी चमत्कार ll
पुरुषार्थ कर, हिम्मत रख, कोई भी तेरे साथ नहीं lमंजिल तुझे जरूर मिलेगी, मनः चाहे कोई भी तेरे साथ नहीं ll