मानवता

मानवता सेवा की गतिविधियाँ



लेखक: चेतन कौशल

  • श्रेणी:

    आचार्य चाणक्य

     

    विचारकों के कथन :-

    हमें भूत के वारे में पछतावा नहीं करना चाहिए न ही भविष्य के वारे में चिंतित होना चाहिए। विवेकवान व्यक्ति हमेशा वर्तमान में जीते हैं।
    - आचार्य चाणक्य

  • श्रेणी:

    स्वामी रामतीर्थ

     

    विचारकों के कथन :-

    केवल प्रकाश का अभाव ही अंधकार नहीं है, प्रकाश की अति भी मनुष्य की आंखों के लिए अंधकार है।
    - स्वामी रामतीर्थ

  • श्रेणी:

    स्वामी आर्यवेश

     

    विचारकों के कथन :-

    अच्छे के साथ अच्छे बनें, बुरे का साथ छोड़ दें, क्योंकि हीरे को हीरे से तराशा तो जा सकता है पर कीचड़ से कीचड़ साफ नहीं किया जा सकता।
    - स्वामी आर्यवेश


  • श्रेणी:

    स्वामी विवेकानन्द

     

    विचारकों के कथन :-

    अपवित्र कल्पना भी उतनी ही बुरी होती है, जितना बुरा अपवित्र कर्म होता है।
    - स्वामी विवेकानन्द

  • श्रेणी:

    शरतचंद्र चट्टोपाध्याय

     

    विचारकों के कथन :-

    जो शक्षा मनुष्य को संकीर्ण और स्वार्थी बना देती है, उसका मूल्य किसी युग में चाहे जो रहा हो, अब नहीं है।
    - शरतचंद्र चट्टोपाध्याय