मानवता

मानवता सेवा की गतिविधियाँ



लेखक: चेतन कौशल

  • श्रेणी:

    स्वावलम्बन

    चेतन आत्मोवाच 42 :-

    छोटी-छोटी जरूरत पूरी करता चल, एक दिन स्वावलंबी हो जायेगा l
    मेहनत करता चल तू, मनः धीरे-धीरे सब कुछ ठीक हो जायेगा ll
    चेतन कौशल "नूरपुरी"


  • श्रेणी:

    नीली चादर तले

    चेतन आत्मोवाच 41 :-

    ऊपर नीली चादर, खड़ा तू तपती जमीन पर l
    तूने करना है क्या ? मनः किधर है ? तेरी डगर ll
    चेतन कौशल "नूरपुरी"


  • श्रेणी:

    सर्वोत्तम वरदान

    अनमोल वचन :-

    # अच्छा स्वास्थ्य एवंम अच्छी समझ जीवन में दो सर्वोत्तम वरदान है l *

  • श्रेणी:

    आचरण शुद्धता

    अनमोल वचन :-

    # आचरण की शुद्धता ही व्यक्ति को प्रखर बनाती है l*

  • श्रेणी:

    अनीति मार्ग

    अनमोल वचन :-

    # अनीति के रास्ते पर चलने वाले का बीच राह में ही पतन हो जाता है l*