मानवता

मानवता सेवा की गतिविधियाँ



लेखक: चेतन कौशल

  • जयशंकर प्रसाद
    श्रेणी:

    जयशंकर प्रसाद

    विचारकों के कथन :-

    पाषाण के भीतर भी मधुर स्रोत होते हैं।, उसमें मदिरा नहीं, शीतल जल की धारा बहती है।
    - जयशंकर प्रसाद

     

    
    

  • स्वामी आर्यवेश
    श्रेणी:

    स्वामी आर्यवेश

     
    विचारकों के कथन :-

    अच्छे के साथ अच्छे बनें, बुरे का साथ छोड़ दें, क्योंकि हीरे को हीरे से तराशा तो जा सकता है पर कीचड़ से कीचड़ साफ नहीं किया जा सकता।
    - स्वामी आर्यवेश

  • राजनीति की डोर
    श्रेणी:

    राजनीति की डोर

    वोट डालकर जनता को पतंग रूपी राजनीति की डोर उन लोगों केे हाथ सौंप देनी चाहिए जो जन हित और राष्ट्र हित का कार्य करने में पूर्ण रूप से सक्षम और समर्थ हैं। वे लोग जन हित और राष्ट्र हित का कार्य क्या करेंगे जो अहंकार में डूबे हुए हैं और जिन्हें निजहित के अतिरिक्त कुछ और नजर ही नहीं आता है।


  • जीवन की सार्थकता
    श्रेणी:

    जीवन की सार्थकता

    माता-पिता और गुरु के जीवन की सार्थकता इसी में निहित है कि वे बच्चों को, सृष्टि में आने का उद्देश्य और उसका महत्व समझाएं अन्यथा उनका जीवन यो ही व्यर्थ चला जाएगा।

  • जीवन  का  उद्देश्य
    श्रेणी:

    जीवन का उद्देश्य

    जो बच्चा ठीक से नहीं समझ पाया कि वह सृष्टि में किसलिए आया है, सृष्टि में उसका आने का महत्व क्या है? उसका जीवन व्यर्थ है।