मानवता

मानवता सेवा की गतिविधियाँ



लेखक: चेतन कौशल

  • श्रेणी:

    संकल्प

    अनमोल वचन :-

    इच्छा का मूल संकल्प है। संकल्प से ही यज्ञ समुत्पन्न हुए हैं। व्रत-यम-नियम और धर्म ये सब संकल्प से ही उत्पन्न होते हैं। अर्थात इन सब में प्रवुत्ति का आधार संकल्प ही है।

  • श्रेणी:

    कहा जाता है

    अनमोल वचन :-

    क्रोध कठिनाई से जीता जाने वाला शत्रु है, लोभ अनंत व्याधि है, सभी प्राणियों के हित में संलग्न मनुष्य साधु है। निर्दयी को असाधु कहा जाता है।

  • श्रेणी:

    चार बातों से

    अनमोल वचन :-

    सच्ची विद्या अर्थात् ज्ञान से माया और मोह (अविद्या) का नाश होता है। अच्छे विचारों से संसार का प्रपंच छूटता है। दान देते रहने वाले को दरिद्रता नहीं सताती और सदाचार के पालन से बुराइयां नष्ट हो जाती हैं।


  • श्रेणी:

    सुख के लिए

    अनमोल वचन :-

    पहली अवस्था में वह कार्य करे जिससे वृद्ध हो कर सुख पूर्वक रह सके और जीवन प्रयन्त वह कर्म करे जिससे मर कर परलोक में सुखपूर्वक रह सके।

  • श्रेणी:

    सिंहनी और गधी

    अनमोल वचन :-

    सिंहनी अपने एकमेव सुपुत्र के बल पर निर्भय होकर आराम से सोती है, जबकि गधी के दस पुत्र होते हुए भी उन्हीं के साथ वह भी भार ढोती रहती है।