मानवता

मानवता सेवा की गतिविधियाँ



लेखक: चेतन कौशल

  • श्रेणी:

    अब्राहम लिंकन

    विचारकों के कथन :-

    मैं उस व्यक्ति को पसंद करता हूं जो उस स्थान पर गर्व करता है, जहां वह रहता है। मैं उस व्यक्ति को देखना और पसंद करुंगा जिस पर उसके रहने का स्थान गर्व करे।
    - अब्राहम लिंकन

  • श्रेणी:

    महात्मा गांधी

    विचारकों के कथन :-

    क्रोध एक किस्म का क्षणिक पागलपन है।
    - महात्मा गांधी

  • श्रेणी:

    महात्मा गाँधी

    विचारकों के कथन :-

    "जिस तरह हमें अपना शरीर कायम रखने के लिए भोजन जरूरी है, आत्मा की भलाई के लिए प्रार्थना कहीं उससे भी ज्यादा जरूरी है। प्रार्थना या भजन जीभ से नहीं वरन हृदय से होता है। इसलिए गूंगे, तुतले और मूढ़ भी प्रार्थना कर सकते हैं। जीभ पर अमृत - राम नाम और हृदय में हलाहल - दुर्भावना हो तो जीभ का अमृत किस काम का?"
    - महात्मा गाँधी

  • श्रेणी:

    जयशंकर प्रसाद

    विचारकों के कथन :-

    पाषाण के भीतर भी मधुर स्रोत होते हैं, उसमें मदिरा नहीं, शीतल जल की धारा बहती है।
    - जयशंकर प्रसाद


  • श्रेणी:

    आचार्य श्रीराम शर्मा

    विचारकों के कथन :-

    संपदा जोड़-जोड़ रखने वाले को भला क्या पता कि दान में कितनी मिठास है।
    - आचार्य श्रीराम शर्मा