मानवता

मानवता सेवा की गतिविधियाँ



लेखक: चेतन कौशल

  • श्रेणी:

    अभिभावक की सेवा

    चेतन विचार :-

    # जो संतान अपने माता पिता की सेवा करती है, उसे किसी तीर्थ यात्रा पर जाने की कोई आवश्यकता नहीं, वह घर स्वयं तीर्थ बन जाता है, जहां उनकी सेवा होती है।*
    चेतन कौशल "नूरपुरी"

  • श्रेणी:

    कुछ बात बनें

    चेतन विचार :-

    # जिस तरह एक नौजवान अपना, अपनी पत्नि, और अपनें बच्चों के पालन-पोषण और उनकी रक्षा-सुरक्षा का दिन-रात ध्यान रखता है, ठीक उसी तरह प्रतिनिधि, विधायक और सांसद अगर समाज और राष्ट्र की भलाई के कार्य में ध्यान दें, तो कुछ बात बनें।*
    चेतन कौशल "नूरपुरी"

  • श्रेणी:

    सद्भावना और दुर्भावना

    भावनाएं दो प्रकार की होती हैं – सद्भावना और दुर्भावना। सद्भावना से मनुष्य का अपना और समाज का उत्थान होता है जबकि दुर्भावना से पतन। मनुष्य को किस भावना से कार्य करना चाहिए? यह बात उसकी बुद्धि और प्रकृति पर निर्भर करती है।


  • श्रेणी:

    सद्भावना

    सद्भावना से ही बिखरा हुआ समाज, एक सूत्र में पिरोया जा सकता है।


  • श्रेणी:

    कार्य

    कार्य चीखनें-चिलाने से नहीं, करने से होते हैं। उसमें समय लगता है। कार्य परिणाम आने तक धैर्य बनाए रखने की आवश्यकता होती है।