मानवता

मानवता सेवा की गतिविधियाँ



लेखक: चेतन कौशल

  • श्रेणी:

    लोकमान्य तिलक

    विचारकों के कथन :-

    शरीर को रोगी और निर्बल रखने के सामान दूसरा कोई पाप नहीं है।
    - लोकमान्य तिलक

  • श्रेणी:

    विनोबा भावे

    विचारकों के कथन :-

    जब तक कष्ट सहने की तैयारी नहीं होती, तब तक लाभ दिखाई नहीं देता। लाभ की इमारत कष्ट की धूप में ही बनती है।
    - विनोबा भावे

  • श्रेणी:

    मुंशी प्रेमचंद

    विचारकों के कथन :-

    मन एक भीरु शत्रु है जो सदैव पीठ के पीछे से वार करता है।
    - मुंशी प्रेमचंद

  • श्रेणी:

    स्वामी विवेकानन्द

    विचारकों के कथन :-

    स्त्रियों की स्थिति में सुधार न होने तक विश्व के कल्याण का कोई भी मार्ग नहीं है।
    - स्वामी विवेकानन्द

  • श्रेणी:

    कार्य एवंम कार्य क्षेत्र

    चेतन विचार :

    # जो बालक-बालिका जन्म से ही प्रतिभावान हो, उसे उसके अनुकूूल शिक्षण-प्रशिक्षण देने के पश्चात, सरकारी और गैर सरकारी संगठनों के द्वारा उसके अनुकूल कार्य एवं कार्य क्षेत्र निर्धारित करना चाहिए।*
    चेतन कौशल "नूरपुरी"