मानवता

मानवता सेवा की गतिविधियाँ



गृहस्थ आश्रम

परिवार में नर – नारी, पति - पत्नी के रूप में, एक दूसरे के पूरक होते हैं । इसके साथ ही साथ वे परिवार/समाज का निर्माण/कल्याण भी करते हैं । जिस प्रकार महिला अपने परिवार और समाज की आंतरिक जिम्मेदारियों को भली प्रकार संभालती है, ठीक उसी प्रकार पुरुष भी बाह्य जिम्मेदारियों को संभालते हैं ।