मानवता

मानवता सेवा की गतिविधियाँ

श्रेष्ठ साहित्य

चेतन आत्मोवाच 79  :-

श्रेष्ठ साहित्य है कामधेनु, दूध सम देता है शक्ति l
ज्ञानी की बात छोड़ो, मनः मुर्ख भी करने लगता है भक्ति l


चेतन कौशल "नूरपुरी"


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