चेतन आत्मोवाच 49 :-
मुसीबत आ गई तो आने दे विपदा नहीं है कोई खास l
नरमी-गर्मी का मौसम है, मनः तू हुआ है क्यों उदास ll
चेतन कौशल "नूरपुरी"
चेतन आत्मोवाच 49 :-
मुसीबत आ गई तो आने दे विपदा नहीं है कोई खास l
नरमी-गर्मी का मौसम है, मनः तू हुआ है क्यों उदास ll
चेतन कौशल "नूरपुरी"
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