मानवता

मानवता सेवा की गतिविधियाँ



बुराई

चेतन आत्मोवाच 40 :-

पहले उनको न देख, खुद को ही देख l
खुद की कर दूर बुराई, मनः उनकी अच्छाई देख ll
चेतन कौशल "नूरपुरी"

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