मानवता

मानवता सेवा की गतिविधियाँ



गुम राह

चेतन आत्मोवाच 39 :-

नहीं रास्ता जानता तो उस पर चलना मत l
गुम राह तू हो जायेगा, मनः दूसरों को गुमराह करना मत ll
चेतन कौशल "नूरपुरी"

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