मानवता

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सत्य है तुझसे

चेतन आत्मोवाच 4 :-

सत्य है तुझसे जुदा नहीं, वह तुझ में ही समाया है l

तार सितार से जुदा नहीं, मनः आवाज सितार से ही आया है ll
चेतन कौशल "नूरपुरी"

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