मानवता

मानवता सेवा की गतिविधियाँ



श्रीराम शर्मा

विचारकों के कथन :-

भजन और प्रार्थना जीभ से नहीं, हृदय से होते हैं।
- श्रीराम शर्मा

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *