मानवता

मानवता सेवा की गतिविधियाँ



आचार्य श्रीराम शर्मा

 

विचारकों के कथन :-

शारीरिक गुलामी से बौद्धिक गुलामी अधिक भंयकर होती है।
- आचार्य श्रीराम शर्मा

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *