मानवता सेवा की गतिविधियाँ
चेतन कौशल
अमर उजाला 30 मार्च 2007जातियां होती हैं जीव जंतुओं कीमनुष्य नर नारी की नहींकरके जातिगत बंटवारा समाज कापा सकता तू सुख शांति नहींकौन सी जाति क्या है जातिइससे नहीं है तेरा कोई वास्ताहर प्राणी है रूप ईश्वर कासुख शांति का और न कोई रास्ता
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