# मंदिर आएं तो भक्त बनकर आएं, पर्यटक बनकर नहीं। मंदिर आस्था केंद्र, पूजा स्थल हैं, कोई पर्यटक स्थल नहीं।*
महीना: नवम्बर 2024
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श्रेणी:चेतन विचार
मंदिर
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श्रेणी:शूद्र-कर्मवीर
शूद्र-कर्मवीर
- # शूद्र वह कलाकार है जो अपनी हस्त कला से मिट्टी, पत्थर, लकड़ी को भी साक्षात चित्र/मूर्ती, वस्तु, भवन, सेतु में बदल सकता है।*
- # जो व्यक्ति सत्य, धर्म, न्याय और नीति के हित में अपनी कला - विद्या का सृजन, पोषण, वर्धन करता है, शूद्र कहलाता है।*
- # शूद्र वर्ण संपूर्ण मानव समाज को हस्त - ललित कला, विद्या कौशल से समृद्ध करता है।*
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श्रेणी:3 भारत का इतिहास
इतिहास
# गलत का विरोध करना चाहिए चाहे राजनीति हो या समाज - इतिहास विरोध करने वालों का लिखा जाता है न कि तलवे चाटने वालों का।*
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