पंजाब केसरी 21 मई 2007
कैसी सुंदर ओढ़ी बर्फीली
चादर धौलाधार ने
शुष्क मौसम से पाई
मुक्ति धौलाधार ने
नाले भरे नदियाँ सब बहने
लगे हैं
ताल बावड़ियाँ कूप सब
जल से भरने लगे हैं
धरती, खेतों, खलिहानों को
मिलने लगा है पानी
रिमझिम बरसने लगा है पानी
बर्फ से किया फिर शृंगार
धौलाधार ने
आह! कैसी सुंदर ओढ़ी
बर्फीली चादर धौलाधार ने
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