मानवता

मानवता सेवा की गतिविधियाँ



स्वामी विवेकानन्द

विचारकों के कथन :-

बाहरी स्वभाव अंदरूनी स्वभाव का एक बड़ा रूप है।
- स्वामी विवेकानन्द