मानवता

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सत्य का राही

चेतन आत्मोवाच 37 :-

सदग्रन्थ खोल, पढ़ ले जरा, तेरा कल्याण हो जायेगा l
सत्याचरण करता चल, मनः तू सत्य राही हो जायेगा ll
चेतन कौशल "नूरपुरी"

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