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चेतन विचार - व्यवस्था परिवर्तन 

# जिस व्यवस्था में  असत्य, अधर्म, अन्याय और अनीति का बोलबाला हो उसे बदल देने में ही जन, समाज और राष्ट्र का हित है।*
चेतन कौशल "नूरपुरी"


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