मानवता

मानवता सेवा की गतिविधियाँ



लोभ से

अनमोल वचन :-

लोभ से ही क्रोध उत्पन्न होता है, लोभ से ही काम की प्रवृत्ति होती है और लोभ से ही माया, मोह, अभिमान, उदंडता तथा पराधीनता आदि दोष प्रकट होते हैं।

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