चेतन आत्मोवाच 60 :-
कर्म करती चक्की सम, देखी मैंने भारतीय नारी है l
भैंसे सम पीटता है क्यों ? मनः तेरी खो गई अक्कल सारी है ll
चेतन कौशल "नूरपुरी"
चेतन आत्मोवाच 60 :-
कर्म करती चक्की सम, देखी मैंने भारतीय नारी है l
भैंसे सम पीटता है क्यों ? मनः तेरी खो गई अक्कल सारी है ll
चेतन कौशल "नूरपुरी"
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