मानवता

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चाहे चन्दन डालो

चेतन आत्मोवाच 6 :-

चाहे चन्दन डालो, चाहे सादा इंधन, बस देह का संस्कार होगा l

अमीर-गरीब का भेद यहाँ, मनः आगे हिसाब कर्म का होगा ll
चेतन कौशल "नूरपुरी"

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