मानवता

मानवता सेवा की गतिविधियाँ



जाप सके तो

चेतन आत्मोवाच 1 :-

जाप सके तो जाप ले तू, ॐ ॐ हर साँस l

फिर क्या जाप पायेगा, मनः निकल जाएगी तेरी हर साँस ll
चेतन कौशल "नूरपुरी"

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *