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दिल इन्सान का

चेतन आत्मोवाच 22 :-

मंदिर, गुरुद्वारा, मस्जिद, चर्च से बड़ा है दिल इन्सान का l
भगवान् अवश्य मिल जाता, मनः तू दिल न दुखाता इन्सान का ll
चेतन कौशल "नूरपुरी"

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