मानवता

मानवता सेवा की गतिविधियाँ



जीवनोपयोगी शिक्षा

गुरु शिष्य के जिस संयुक्त प्रयास से शिष्य के जीवन का चहुँ मुखी अर्थात शरीर, मन, बुद्धि और आत्मा का विकास हो, जीवनोपयोगी शिक्षा कहलाती है l