मानवता

मानवता सेवा की गतिविधियाँ



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1. किस काम का

असहाय समाज वर्ग जुलाई सितम्बर 1995

सेवा जो कर न सके,

 वह तन है किस काम का ?

नाम जो जाप न सके,

वह मन है किस काम का ?

कार्य जो सिद्ध कर न सके,

वह धन है किस काम का ?

सन्मार्ग जो दिखा न सके,

वह ज्ञान है किस काम का ?

जीवन-रस जो भर न सके,

वह धर्म है किस काम का ?

जीवन सृजन जो कर न सके,

वह दाम्पत्य है किस काम का ?

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