मानवता

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अपना पक्ष त्यागकर

अनमोल वचन :-

इस संसार में सदा मन को प्रिय लगने वाला वचन बोलने वाला महापापी मनुष्य भी अवश्य मिल सकता है, परंतु हितकर होते हुए भी अप्रिय वचन को कहने और सुनने वाले दोनों दुर्लभ हैं।

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